[ad_1]
नई दिल्ली. विजय मांजरेकर (Vijay Manjrekar) की गिनती भारत के शुरुआती बेहतरीन टेस्ट क्रिकेटरों में होती है. उनका जन्म आज ही के दिन 26 सितंबर को साल 1932 में बॉम्बे (अब मुंबई) में हुआ था. विजय मांजरेकर की तकनीक बेहद खास थी. विदेशों में अपनी पहली टेस्ट पारी में उन्होंने 1952 में हेडिंग्ले में इंग्लैंड के खिलाफ यादगार 133 रन की पारी खेली. तब उन्होंने फ्रेड ट्रूमैन और एलेक बेडसर जैसे खिलाड़ियों का डटकर सामना किया. हालांकि उस मैच में भारत को विजय हजारे की कप्तानी में 7 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी.
इसके अलावा साल 1961 में दिल्ली में इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 189 रन की पारी भी उनकी बेहतरीन पारियों में शामिल रही. उन्होंने साल 1965 में अपनी अंतिम टेस्ट पारी में न्यूजीलैंड के खिलाफ चेन्नई में नाबाद 102 रन बनाए. साल 1983 में 52 वर्ष की उम्र में मद्रास (अब चेन्नई) उनका निधन हो गया. उनके बेटे संजय मांजरेकर ने भी क्रिकेट में नाम कमाया जो अब कमेंटेटर की भूमिका में नजर आते हैं.
संजय मांजरेकर ने अपनी किताब में पिता का भी जिक्र किया है. संजय ने अपनी किताब में लिखा- मैं अपने पिता से बहुत डरता था. मेरी दो बहनें और मां, सभी उनके गुस्से से डरते थे. संजय ने बताया कि क्रिकेट छोड़ने के बाद उनके पिता ने एक नौकरी भी की लेकिन उसमें दिल नहीं लगता था और वह चिड़चिड़े हो गए. इतना ही नहीं, विजय ने घर में कई बार हाथापाई भी की. संजय ने बताया कि जब उनके पिता कार ड्राइव करते थे तो जो भी उनके साथ होता तो डरकर बैठता था. विजय नियम-पसंद शख्स थे और जब भी कोई रास्ते में गलत कट मारता या हाईबीम लाइट किए होता तो वह काफी गुस्सा हो जाते थे. कई बार ड्राइविंग के दौरान झगड़ा भी हुआ.
विजय मांजरेकर ने अपने करियर में 55 टेस्ट खेले. उन्होंने इस फॉर्मेट में कुल 7 शतक और 15 अर्धशतकों की मदद से कुल 3208 रन बनाए. इसके अलावा वह बंगाल, आंध्र, मुंबई, राजस्थान और महाराष्ट्र के लिए भी फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेले. उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट करियर में 198 मैचों में कुल 12832 रन बनाए, जिसमें 38 शतक और 56 अर्धशतक शामिल रहे.
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.
[ad_2]
Source link