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नई दिल्ली. टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) के फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड जीतना हो या टेस्ट मैच के पहले ही ओवर में हैट्रिक… ऐसी अनेक वजह हैं, जो इरफान पठान (Irfan Pathan) को कपिल देव के बाद भारत का सबसे महान ऑलराउंडर बनाती हैं. भारतीय क्रिकेट में ऐसे कई कीर्तिमान हैं, जो कुछ ही खिलाड़ी हासिल कर सके हैं और संयोग से इरफान पठान (Irfan Pathan Birthday ) एक हैं. बड़ौदा में जन्मा यह खिलाड़ी आज (27 सितंबर) को अपना 38वां जन्मदिन मना रहा है. इस मौके पर उन्हें बधाइयों का तांता लग गया है.
इरफान पठान. भारत के इस क्रिकेटर के टैलेंट को पूरी दुनिया सलाम करती है. कहते हैं पूत के पांव पालने में. इरफान पठान जब पाकिस्तान के खिलाफ अंडर-19 क्रिकेट खेल रहे थे, तभी सौरव गांगुली की नजर उनके खेल पर पड़ी. अब कहने की बात नहीं कि सौरव ने क्या किया होगा. मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष उस समय टीम इंडिया के कप्तान हुआ करते थे. उन्होंने टीम के चयनकर्ताओं से बात की और कुछ ही दिन के भीतर इरफान पठान पाकिस्तान से ऑस्ट्रेलिया पहुंच गए. अंडर-19 टीम से टीम इंडिया के सदस्य बन गए.
इरफान ने पूरी की कपिल देव की कमी
इरफान पठान की एंट्री के बाद भारतीय टीम की वह कमी पूरी हो गई, जो कपिल देव के संन्यास के बाद पैदा हुई थी. एक ऐसा गेंदबाज जो स्विंग और सीम बॉलिंग करता था और पहला ओवर डालने की काबिलियत रखता था. सोने पर सुहागा यह कि उससे किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी करवा लीजिए. हालांकि, उम्मीदों का दबाव कहिए या उनके बैटिंग क्रम से बार-बार छेड़छाड़, इरफान अपने टैलेंट के मुताबिक करियर लंबा नहीं खींच सके. लेकिन इस बात में कोई शक नहीं कि कपिल देव के बाद वे भारत के बेस्ट पेस ऑलराउंडर हैं.
पाकिस्तान रहा प्रिय प्रतिद्वंद्वी
सौरव गांगुली ने इरफान को पाकिस्तान से जब ऑस्ट्रेलिया बुलाया, तब वे बांग्लादेश यूथ टीम के खिलाफ 9 विकेट लेने के कारण चर्चा में थे. संयोग देखिए कि इरफान पठान का बेस्ट प्रदर्शन भी इसी पाकिस्तान के खिलाफ आया. वह भी एक बार नहीं, बार-बार. उन्होंने 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच में उसी की धरती पर पहले ही ओवर में हैट्रिक ली. इसके दो साल बाद उन्होंने टी20 मैच में तब अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, जब भारत को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी. यह मैच था दक्षिण अफ्रीका में खेला गया पहला टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल. इरफान पठान ने इस मैच में सिर्फ 16 रन देकर 3 विकेट झटके थे और प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए थे.
भारत के BEST 3 में शामिल रहे इरफान
इरफान पठान का नाम बार-बार उस लिस्ट में आता है, जो किसी भी क्रिकेटर का ख्वाब हो सकता है. जैसे कि विश्व कप फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड. भारत के सिर्फ तीन क्रिकेटर यह अवॉर्ड जीत सके हैं और इरफान भी इनमें से एक हैं. बाकी दो नाम मोहिंदर अमरनाथ और एमएस धोनी है. इसी तरह टेस्ट मैच में सिर्फ तीन गेंदबाजों ने हैट्रिक लिए हैं और उनमें इरफान भी शामिल हैं. इस लिस्ट में पहला भारतीय नाम हरभजन सिंह और आखिरी नाम जसप्रीत बुमराह का है.
टेस्ट मैच में ओपनिंग जैसे प्रयोग ने खराब किया करियर
सौरव गांगुली की कप्तानी में सफर शुरू करने और राहुल द्रविड़, एमएस धोनी, अनिल कुंबले की कप्तानी में बेहतरीन खेल दिखाने वाले इरफान अपना करियर लंबा नहीं खींच सके. इसके दो मुख्य कारण माने जाते हैं. पहली उनकी चोट. जब उन्होंने चोट की रिकवरी के बाद टीम इंडिया में वापसी की तो उनके साथ वह रफ्तार नहीं थी, जो पहले हुआ करती थी. कम रफ्तार हो जाने से उनकी स्विंग भी उतनी मारक नहीं रही. दूसरा कारण उनकी बल्लेबाजी क्रम से छेड़छाड़ थी. कोच ग्रेग चैपल के जमाने से ही उन्हें बार-बार तीसरे नंबर पर भेजा गया. यहां तक कि टेस्ट मैच में ओपनिंग भी करा दी गई. स्पेशलिस्ट गेंदबाज से यह उम्मीद ज्यादा थी. वे जब बल्लेबाजी में फेल हुए तो इसका असर उनकी गेंदबाजी पर भी पड़ने लगा.
जिंदगी लंबी नहीं, बड़ी होनी चाहिए
कहते हैं जिंदगी लंबी नहीं, बड़ी होनी चाहिए. इरफान पठान के करियर पर यह बात 16 आने सच बैठती है. इरफान पठान का करियर बहुत लंबा नहीं रहा. उन्होंने 120 वनडे, 29 टेस्ट और 24 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले. इनमें कुल 301 विकेट झटके और 2821 रन बनाए. तेज गेंदबाजी करने वाले भारतीय क्रिकेटरों में सिर्फ कपिल देव का प्रदर्शन इससे बेहतर है. जाहिर है इरफान पठान ताउम्र अपने इन आंकड़ों पर गर्व कर सकते हैं. जन्मदिन मुबारक इरफान पठान (Happy Birthday Irfan Pathan).
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