[ad_1]
नई दिल्ली. पाकिस्तान के चुनिंदा हिंदू क्रिकेटरों में शामिल दानिश कनेरिया (Danish kaneria) अपने देश के बेस्ट स्पिनर हैं. इसके बावजूद ना तो उनकी बात क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) सुन रहा है और ना ही प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan). आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? इसकी वजह सिर्फ क्रिकेट है या कोई धार्मिक एंगल भी है? जिस देश में लीजेंड क्रिकेटरों के फिक्सिंग से लेकर बड़े-बड़े कारनामे नजरअंदाज कर दिए गए, वहां दानिश की हर अपील खारिज क्यों कर दी जा रही है? हमने इन सब मसलों पर दानिश से बात की. पाकिस्तानी क्रिकेटर ने एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में अपनी परेशानियों से लेकर भविष्य की प्लानिंग पर बात की. पेश है इंटरव्यू के अंश:
पिछले कुछ सालों से आप अक्सर विवादों से भी घिरे रहते हैं. कहीं ऐसा तो नहीं कि खुद ही कंट्रोवर्सी खड़ी करते हैं?
मैं कंट्रोवर्सी खड़ी नहीं करता. मैं तो हकीकत बयां कर देता हूं. फिर उसका नजरिया है. मैं सच्ची बात करता हूं, जो कड़वी होती है. अगर लोग इन बातों को गलत ढंग से लेते हैं, तो यह उनका नजरिया है. मेरे साथ जो गुजरी है. मेरे साथ जो बीती है. वही मैं बताने की कोशिश करता हूं. लोग मुझे कहते हैं कि मैं अपने यूट्यूब चैनल में भारत की बात करता हूं. मेरे अलावा पाकिस्तान में सैकड़ों यूट्यूबर हैं. वे भी यही करते हैं, लेकिन उन्हें कोई कुछ नहीं बोलता. यह सोच का अंतर है.
आपने हाल ही में मोहम्मद शमी को लेकर ट्वीट किया, जिसमें उन्हें ट्रोल करने की बात थी. क्या जानबूझकर ऐसे विषय चुनते हैं?
नहीं, ऐसा नहीं है. मैंने कुछ नहीं कहा. लोगों ने कहा कि मोहम्मद शमी के साथ ये किया गया-वो किया गया. आखिर उसने अपने प्रदर्शन से जवाब दे दिया. मुंह बंद करा दिया. एक खिलाड़ी ऐसे ही जवाब देता है. मैं तो यह कहता हूं कि किसी भी खिलाड़ी का दिन अच्छा या बुरा हो सकता है. ऐसे में खिलाड़ी की जात-पात नहीं देखनी चाहिए. आखिर में हर खिलाड़ी अपनी टीम के लिए ही खेलता है. आज मोहम्मद सिराज अच्छा खेल रहा है. क्या वह कल खराब खेलेगा तो उसे ट्रोल करेंगे. क्या पाकिस्तान से मैं खेलता और खराब खेलता तो मुझे भी ट्रोल करते. मेरे ख्याल से इन नजरिये से बाहर निकलना चाहिए. सबको एक नजरिए से देखना चाहिए.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और आपके बीच क्या विवाद है? आप बोर्ड से टकराते क्यों नजर आते हैं?
मैं अपने बोर्ड से कभी नहीं टकराता. मैं तो उससे अपील करता हूं. भगवान से प्रार्थना करता हूं. बोर्ड अध्यक्ष रिक्वेस्ट करता हूं कि मैं भी पाकिस्तान के लिए 10 साल तक खेला हूं. पाकिस्तान क्रिकेट की 10 साल सेवा की है. ठीक है बीच में एक विवाद हो गया. लेकिन अब उस मैटर को 11 साल हो चुके हैं. मैं कोचिंग करना चाहता हूं. लेग स्पिन की कला को आगे बढ़ाना चाहता हूं. आज लेग स्पिन गेंदबाजी ढलान की ओर है, खासकर टेस्ट मैचों में. ऐसे में इस विधा को आगे बढ़ाने की जरूरत है. मेरे पास लेग स्पिन बॉलिंग की कला है और मैं इसे उन बच्चों को सिखाना चाहता हूं,
आप इन दिनों क्या कर रहे हैं और आगे का क्या प्लान है?
मैं इन दिनों कुछ खास नहीं कर रहा हूं. सोशल मीडिया, यूट्यूब चैनल में लगा रहता हूं. मजदूर लोग हैं. शुरू से मेहनत-मजदूरी ही की है तो मजदूरी ही करते रहते हैं. मैं चाहता हूं कि अब तो मुझ पर लगा आजीवन प्रतिबंध हटा लिया जाए. पीसीबी चेयरमैन रमीज राजा और पीएम इमरान खान से रिक्वेस्ट करते हैं. इतनी विनती के बाद कोई भी प्यासे को पानी तो पिला ही देता है. तो मैं भी उनसे रिक्वेस्ट करता रहता हूं कि लाइफ बैन खत्म हो जाय.
बहुत सारे क्रिकेटरों पर बैन लगे और हट भी गए. क्या आपका मामला इन सबसे अलग है?
दुनिया के तमाम क्रिकेटरों पर बैन लगे और हट भी गए. एक अकेला मैं ही ऐसा क्रिकेटर हूं, जिस पर बैन कायम है. पता नहीं मैंने ऐसा क्या गुनाह कर दिया है. यहां पर तो लोग क्या से क्या करके आ जाते हैं. पाकिस्तान में ही बड़े-बड़े क्रिकेटरों पर सवाल उठे. लेकिन वे आज भी सक्रिय हैं. मेरी बात को पता नहीं क्यों दूसरा एंगल दे दिया जाता है. कहा जाता है कि मैं रिलीजन कार्ड खेलता हूं. लेकिन ऐसा नहीं है. हां, मुझे मेरा सनातन धर्म बहुत प्रिय है. मैं अपने धर्म में पैदा हुआ और उसी में मरूंगा.
आपको ऐसा क्यों लगता है कि आपके साथ भेदभाव हो रहा है?
अगर आप पाकिस्तान का इतिहास देखेंगे तो पाएंगे कि ऐसे विवाद भरे पड़े हैं. जस्टिस कयूम की रिपोर्ट में बड़े-बड़े क्रिकेटरों के नाम थे, उन पर सवाल उठा गए थे, लेकिन आज उनमें से कोई कॉमेंट्री कर रहा है तो कोई बोर्ड के साथ जुड़ा हुआ है. हमारे कई क्रिकेटर कुछ साल पहले इंग्लैंड में एक विवाद (फिक्सिंग) में फंसे थे. मोहम्मद आमिर का रवैया आप देख लीजिए. पीएसएल में कई खिलाड़ी पकड़े गए और वापस भी आ गए. शर्जील खान अपना बैन खत्म करके वापस आ गए. लेकिन पता नहीं कि दानिश कनेरिया का नाम आते ही सवाल क्यों उठने लगते हैं. आखिर दानिश के लिए कोई कुछ क्यों नहीं बोलता. जबकि मुझे पुलिस से क्लियरेंस भी मिल चुकी है.
दानिश कनेरिया ने बार-बार कहा कि उन पर अनुशानात्मक वजह से आजीवन प्रतिबंध लगाया गया है. अगर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इंग्लैंड के क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) से बात करे तो यह प्रतिबंध हट सकता है. बता दें कि दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान के लिए 2000 से 2010 तक खेले. उन्होंने इस दौरान 61 टेस्ट मैच में 261 विकेट झटके हैं. उनके नाम 18 वनडे में 15 विकेट भी दर्ज हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
[ad_2]
Source link